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Buxar Top News: लंगा यादव को आजीवन कारावास की सज़ा ..



पंचायत चुनाव में लंगा यादव की पत्नी सुखराजो देवी चुनाव जीतकर यहां की मुखिया बनी, तो इनके बीच दुश्मनी और गहरी हो गयी, जिसका परिणाम यह हुआ कि 1 नवंबर, 2011 को छठ के दिन रंजीत राय की दिनदहाड़े हत्या हो गयी.
लंगा यादव(फ़ाइल इमेज)

- साक्ष्य के आभाव अन्य आरोपी किए गए हैं बरी.
- 25 हज़ार रुपए का लगाया गया है जुर्माना.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: चर्चित होटल व्यवसायी व राइस मिलर रंजीत राय हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेश यादव उर्फ लंगा यादव को शुक्रवार को सजा सुनाई गई. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश षष्टम की अदालत ने भारतीय दंड विधान की धारा 302 के तहत लंगा यादव को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही साथ आरोपित लंगा यादव पर 25 हज़ार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है.

राजनीतिक वर्चस्व बना हत्या का कारण:

दरअसल, लंगा यादव ने पंचायत चुनाव 2011 में अपनी पत्नी सुखराजो देवी को प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा था. वहीं, सरेंजा गांव के ही रंजीत राय ने भी अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा था. इसी पंचायत चुनाव में अपने  वर्चस्व की लड़ाई शुरु हो गयी थी. पंचायत चुनाव में लंगा यादव की पत्नी सुखराजो देवी चुनाव जीतकर यहां की मुखिया बनी, तो इनके बीच दुश्मनी और गहरी हो गयी, जिसका परिणाम यह हुआ कि 1 नवंबर, 2011 को छठ के दिन रंजीत राय की दिनदहाड़े हत्या हो गयी. इसी हत्या के आरोप में लंगा यादव के खिलाफ राजपुर थाना कांड संख्या 121/11 दर्ज किया गया था. जिसमें 10 और लोगों को भी आरोपी बनाया गया था.

5 वर्षों की फरारी के बाद पकड़ा गया था लंगा यादव:

हत्या में आरोपित लंगा यादव तकरीबन 5 वर्षों तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा। जिसके बाद मार्च 2016 में उसे राजपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव से गिरफ्तार कर लिया गया सरकार ने उस पर हजारों रुपए का इनाम भी रखा था.

लंबी सुनवाई के दौरान 10 आरोपियों को कर दिया गया बरी:

मामले में चली लंबी सुनवाई के बाद न्यायालय लंगा यादव दोषी माना तथा अन्य 10 आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है. लंगा यादव के तरफ से अधिवक्ता शिवपूजन लाल मामले की पैरवी कर रहे थे. पिछली तारीख को आरोपित लंगा यादव को दोषी ठहराए जाने के बावजूद  न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. फैसला सुनाए जाने की तिथि 31 अगस्त मुकर्रर की गई थी। मामले में सजा सुनाए जाने का दिन होने के कारण शुक्रवार को सुबह से ही न्यायालय परिसर में गहमागहमी का माहौल था दोपहर तकरीबन 3:00 जैसे ही न्यायालय द्वारा सजा सुनाई गई. कोर्ट में मौजूद लंगा यादव के समर्थकों के बीच मायूसी छा गई.बाद में  व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बीच आरोपित लंगा यादव को पुनः केंद्रीय कारा भेज दिया गया.


















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