Buxar Top News: सांसद, विधायक के खिलाफ दर्ज हुआ मामला, न्यायालय ने एक सप्ताह के अंदर मांगी है रिपोर्ट।
दरअसल न्यायालय ने 1 हफ्ते के भीतर अनुसंधान पूरी करते हुए न्यायालय के समक्ष प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है
- जाँच में जुटी पुलिस, महेंद्र राम को मिला है जिम्मा.
- पेट दर्द का इलाज नहीं किये जाने पर महिला ने दर्ज कराया था परिवाद.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर थाना क्षेत्र के बंगला घाट निवासी किरन जायसवाल (34 वर्ष), पति-गोविंद प्रसाद जायसवाल के द्वारा व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में लाए गए परिवाद पत्र के आलोक में मुख्य न्यायिक अधिकारी के द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156 (3) के तहत अनुसंधान हेतु आदेश के आलोक में नगर थाना पुलिस मामले को दर्ज कर जांच में जुट गई है. दरअसल न्यायालय ने 1 हफ्ते के भीतर अनुसंधान पूरी करते हुए न्यायालय के समक्ष प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है.
इस बाबत जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया है कि परिवाद में आरोपित बनाए गए सांसद अश्विनी कुमार चौबे, विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, सिविल सर्जन के. के. लाल पर धारा 417,418, 166 तथा 120 बी के तहत मामला दर्ज कर उनपर लगे आरोपों की सत्यता तथा इस मामले में उनकी भूमिका की जाँच की जा रही है. जाँच के बाद न्यायालय कक प्रतिवेदन समर्पित करते हुए मिले निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा. जांच की जिम्मेदारी एसआई महेंद्र राम को दी गई है.
पेट में दर्द होने पर वैलनेस सेंटर पर गई थी महिला:
अभियोगी महिला ने न्यायालय में समर्पित परिवाद पत्र में बताया है कि विगत 16 सितंबर की रात्रि तकरीबन 11:45 में पेट में दर्द होने पर वह नगर थाना क्षेत्र स्थित वैलनेस सेंटर में इलाज कराने के लिए गयी थी लेकिन चिकित्सकों की अनुपस्थिति के कारण वहां उसका इलाज नहीं हो सका था. बाद में उसके पति ने घर पर ही उसका इलाज कराया था. अपने परिवाद पत्र में महिला ने कहा था कि 24 × 7 की सुविधा मिलने के दावे के साथ वैलनेस सेंटर का एक नहीं बल्कि दो बार उद्घाटन किया गया. बावजूद यहां 24 घंटे सेवा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में सांसद विधायक तथा सिविल सर्जन उन्हें मूर्ख बनाने अथवा छलने का काम किया है.
Post a Comment