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बारिश ने बिगाड़ी नगर की सूरत, कामकाज भी हुआ प्रभावित, जनजीवन अस्त-व्यस्त ..

पांडेय पट्टी में भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. वहीं, रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर तथा माल गोदाम रोड में खासा जलजमाव हो गया है. जिससे लोगों के सड़क पर चलते हुए दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बनी हुई है.
अम्बेडकर चौक पर जलजमाव

- लगभग सभी मुहल्लों में जलजमाव, सड़कों पर कम निकले लोग.
- सरकारी कार्यालयों में भी पसरा रहा सन्नाटा, कामकाज हुआ प्रभावित.
डीएम आवास के सामने जलजमाव


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: 24 घंटे से भी ज्यादा समय से हो रही बारिश ने एक बार फिर नगर परिषद की पोल खोल कर रख दी है. नगर के लगभग सभी मोहल्लों में जलजमाव की एक जैसी स्थिति है. लगातार हो रही बारिश लोगों के कामकाज को भी प्रभावित किया है. बारिश के बीच आम दिनों में सड़कों पर रहने वाली भीड़ भी शनिवार को काफी कम रही. भारी बारिश की आशंका को देखते हुए स्कूलों की छुट्टी कर दी गयी. हालांकि, देर से मिली सूचना के कारण कई विद्यालय खुले नज़र आए.
कोइरपुरवा-ज्योति प्रकाश चौक मार्ग

नगर के सिंडीकेट, गोलंबर से लेकर मेन रोड, सिविल लाइंस, शिवपुरी, बाबा नगर, सोहनी पट्टी, खलासी मुहल्ला, कोइरपुरवा, आदर्श नगर, गजाधर गंज, मुसाफ़िर गंज, रामरेखा घाट, चरित्रवन के वीर कुँवर सिंह कॉलोनी, नया बाज़ार जैसे इलाकों में जलजमाव से स्थिति नारकीय हो गयी है. बताया जा रहा है कि, कहीं तो नगर परिषद द्वारा नालियों की सफाई नहीं होने के कारण तो कहीं सड़कों पर बने गड्ढों के कारण जलजमाव की स्थिति देखने को मिल रही है. पांडेय पट्टी में भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. वहीं, रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर तथा माल गोदाम रोड में खासा जलजमाव हो गया है. जिससे लोगों के सड़क पर चलते हुए दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बनी हुई है.
समाहरणालय में पसरा सन्नाटा

सरकारी विभागों में पसरा रहा सन्नाटा: 

बारिश के कारण विभिन्न कार्यालयों में भी सन्नाटा पसरा रहा. दफ्तरों के बाबूओं के देर से पहुँचने के कारण कार्यालय देर से खुले. वहीं, आम दिनों में जिन कार्यालयों में काफी गहमागहमी रहती है. वहां भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए. माना जा रहा है कि, बारिश के कारण लोगों ने घरों से निकलना भी मुनासिब नहीं समझा.
समाहरणालय में गिरा पेड़

समाहरणालय परिसर में गिरा वर्षों पुराना पेड़:

समाहरणालय परिसर में तकरीबन 100 वर्षों से ज्यादा पुराना महुआ का पेड़ लगातार हो रही बारिश में जड़ों से उखड़ कर गिर पड़ा. घटना सुबह तकरीबन साढ़े पाँच बजे हुई. गनीमत यह रही कि, उस वक्त उधर कोई नहीं था. जिससे कि, कोई बड़ी दुर्घटना सामने नहीं आई. स्थानीय निवासी बताते हैं कि, यहां पर तकरीबन 100 वर्षों से ज्यादा समय से खड़ा था. समाहरणालय में जब नाली का निर्माण किया जा रहा था उस वक्त पेड़ के कारण नाली को गोल करते हुए पेड़ को बचाया गया था. हालांकि, यह भी बताया जा रहा है कि, नाली निर्माण के दौरान ही पेड़ की जड़ों को क्षति पहुंची थी. जिसके कारण मिट्टी पर पेड़ की पकड़ कमजोर हो गई थी.














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