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Buxar Top News: शराब का गिलास हाथ में लेकर नर्तकियों के साथ ठुमके लगाते नजर आए महिलाओं और मजलूमों के ठीकेदार ..

अब जब इस तरह का वीडियो सामने आया है ऐसे में यह कहना गलत ना होगा कि सांसद और विधायक के विरुद्ध मामला दर्ज कराना केवल सस्ती लोकप्रियता पाने का एक माध्यम था.
 हाथ में शराब भरा गिलास लेकर ठुमके लगाते संस्था के संरक्षक












देखें वीडियो: 
- नर्तकियों के साथ स्टेज पर शराब का गिलास लेकर कर रहे थे डांस.
-  युवा शक्ति सेवा संस्थान एवं महिला विकास मंच के संरक्षक का है वायरल वीडियो.

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: सांसद व विधायक पर मामला दर्ज करा कर चर्चा में आए कथित समाजसेवी तथा युवा शक्ति सेवा संस्थान व महिला विकास मंच नामक कथित सामाजिक संस्थाओं के संरक्षक का एक घृणित चेहरा समाज के सामने आया है. महिलाओं और मजलूमों के हक की बात करने की बात करने वाले संस्थानों के संरक्षक बन बैठे गोविंद जायसवाल नामक व्यक्ति हाथ में शराब का गिलास लेकर तथा मंच पर नर्तकियों के साथ फूहड़ डांस करते नजर आए. उनके इस डांस का वीडियो फेसबुक पर वायरल हो गया. वायरल वीडियो में गोविंद जायसवाल हाथ में शराब का गिलास लेकर डांस करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जो कि सूबे में लागू शराबबंदी कानून का भी उल्लंघन है. वीडियो वायरल होते ही लोगों ने इस वीडियो पर अपनी तरह तरह की प्रतिक्रियाएं  देनी शुरू कर दी.

मुकुंद तिवारी ने ऐसे लोगों को समाज के नाम पर कलंक बताया है, वहीं गौतम तिवारी ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए ऐसे लोगों को दोहरे चरित्र वाला बताया है. शुभम जायसवाल ने कहा है कि अपने इस कुकृत्य से इन्होंने जहां जनता के भरोसे का गला घोट दिया है. वहीं ऐसे संस्थानों व मंच के नाम पर समाज से भद्दा मजाक करने वाले अपने स्याह चेहरे को भी उजागर किया है. जितेश दुबे ने कहा है कि संस्थाओं के नाम पर लोगों से पैसे वसूल कर इस तरह का कार्य करने वाले लोगो को समाज से बहिष्कृत करना आवश्यक है.
बताते चलें कि गोविंद जायसवाल जिन दो संस्थाओं के संरक्षक हैं, उनमें से एक संस्था जहां गरीब गुरबों की सेवा के लिए जन सहयोग से कार्य करने की बात कहती है, वहीं दूसरी संस्था महिलाओं के विकास एवं उनके मान-सम्मान की रक्षा की बात कहती है. लगभग इन्हीं बातों को लेकर गोविंद जायसवाल ने अपनी पत्नी किरण जायसवाल को मोहरा बनाते हुए सांसद तथा विधायक को वैलनेस सेंटर 24 घंटे तक चलने का दोषी बताते हुए जनता के साथ मजाक करने का आरोप लगाया था तथा मामले को लेकर न्यायालय में मामला भी दर्ज कराया था. हालांकि, अब जब इस तरह का वीडियो सामने आया है ऐसे में यह कहना गलत ना होगा कि सांसद और विधायक के विरुद्ध मामला दर्ज कराना केवल सस्ती लोकप्रियता पाने का एक माध्यम था.

दूसरी तरफ वरीय प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने स्पष्ट किया की सूबे में शराबबंदी के बाद यदि कोई व्यक्ति शराब के नशे में अथवा शराब का सेवन करते पाया जाता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता है.ऐसे में मामले की जाँच के बाद अगर शराब पीने की पुष्टि होती है तो आरोपित का जेल जाना तय है.






















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