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पुलिस ने किया खुलासा, संदीप यादव के इशारे पर बक्सर में होने वाली थी बड़ी वारदात ..

लगभग 24 घंटे तक चली पूछताछ में अपराधियों ने इस बात को स्वीकारा है कि वह पड़री के रहने वाले किसी व्यवसायी से लूट की फिराक में थे. उन्होंने बाजाप्ता व्यवसायी की रेकी भी की थी.
पुलिस की।गिरफ्त में अपराधी

- अपराधी संदीप के घर में ही बैठकर बन रही थी लूट की योजना.
- गुप्त सूचना के आधार पर पहुंची पुलिस को चकमा दे भागे तीन अपराधी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुफ्फसिल थाना के मित्रलोक कॉलोनी संदीप यादव के बंद पड़े घर से गिरफ्तार अपराधियों के संदर्भ में प्रेस वार्ता आयोजित कर पुलिस उपाधीक्षक सतीश कुमार ने जो जानकारी दी वह चौंकाने वाली है. उनके मुताबिक जेल में बंद अपराधी संदीप यादव के दिशा निर्देश पर उसका गैंग बाहर काम कर रहा है. 
बरामद हथियार

लगभग 24 घंटे तक चली पूछताछ में अपराधियों ने इस बात को स्वीकारा है कि वह पड़री के रहने वाले किसी व्यवसायी से लूट की फिराक में थे. उन्होंने बाजाप्ता व्यवसायी की रेकी भी की थी. गुप्त सूचना के आधार पर मुफस्सिल थाना अध्यक्ष जितेंद्र कुमार पुलिस अवर निरीक्षक संतोष कुमार एवं अन्य सशस्त्र बल मित्रलोक कॉलोनी स्थित संदीप यादव के घर की घेराबंदी करने पहुंच गए. घेराबंदी के दौरान घर में पांच-छह लोग दिखाई दिए. हालांकि, इस दौरान तीन भागने में सफल हो गए जबकि केवल तीन ही पुलिस की गिरफ्त में आ सके.

गिरफ्तार अपराधियों में मित्रलोक कॉलोनी के सुशील कुमार ठाकुर का पुत्र रोहन कुमार ठाकुर उर्फ दिलजले ठाकुर, नई बाजार के रंजन कुमार श्रीवास्तव का पुत्र कुंदन कुमार, वहीं सिविल लाइन के निवासी अरुण कुमार का पुत्र अंकित कुमार पकड़ा गया. तीनों अपराधी नई उम्र के हैं तथा यह जेल में बंद अपराधी संदीप यादव  की निशानदेही पर आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया करते थे. आरक्षी उपाधीक्षक ने बताया कि तीनों के पास से दो पिस्टल, 4 गोलियां एवं चार मैगजीन बरामद किए गए. साथ ही उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक इतिहास खंगालने पर रोहन ठाकुर के विरुद्ध बक्सर नगर थाने में आर्म्स एक्ट, हत्या का प्रयास जैसी धाराओं में मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर कई अन्य अपराधियों को भी चिन्हित किया गया है, जिनके गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है.













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