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जीपीएस रखेगा चिकित्सकों पर नजर, मोबाइल ऐप लगाएगा अनुपस्थिति पर रोक ..

दिन में सुबह 8 बजे से 2 बजे तक महिला चिकित्सिका तथा विभिन्न रोगों के चिकित्सकों मिला कर आठ चिकित्सकों की ड्यूटी रहती है, वहीं दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तथा पुनः रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक में इमरजेंसी सेवा में एक महिला तथा एक पुरुष चिकित्सक के साथ साथ एक मूर्छक की ड्यूटी अस्पताल में रहती है

- बगैर पूर्व सूचना के अनुपस्थित चिकित्सकों पर होगी कारवाई.

- मरीजों के परिजन देंगे अस्पताल की व्यवस्था का फ़ीडबैक.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सदर अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति पर अब मोबाइल एप नजर रखेगा. बगैर पूर्व सूचना के गायब रहने वाले चिकित्सकों पर इस ऐप की मदद से नकेल कसी जा सकेगी. इसकी मदद से सदर अस्पताल में बिना पहुंचे चिकित्सक अब अपनी हाजिरी नहीं बना सकेंगे. दरअसल, अनुपस्थिति की लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जिला पदाधिकारी के निर्देश अस्पताल को तकनीक से लैस बनाया जाएगा. जिसके बाद अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों को जीपीएस के माध्यम से मॉनिटर किया जाता रहेगा. वहीं अब अस्पताल की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाए जाने के लिए चिकित्सकों के ड्यूटी रोस्टर को सार्वजनिक किया जाएगा, वहीं मरीज के परिजनों से अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के संदर्भ में फीडबैक भी मांगा जाएगा.

24×7 सेवाएं प्रदान करने के लिए बाँटी गयी है चिकित्सकों की ड्यूटी:

सदर अस्पताल रोस्टर के मुताबिक सभी चिकित्सकों की ड्यूटी बांटी गई है. जिसके मुताबिक दिन में सुबह 8 बजे से 2 बजे तक महिला चिकित्सिका तथा विभिन्न रोगों के चिकित्सकों मिला कर आठ चिकित्सकों की ड्यूटी रहती है, वहीं दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तथा पुनः रात्रि 8 बजे से सुबह 8 बजे तक में इमरजेंसी सेवा में एक महिला तथा एक पुरुष चिकित्सक के साथ साथ एक मूर्छक की ड्यूटी अस्पताल में रहती है. जिसमें महिला चिकित्सिका प्रसव तथा महिला संबंधी रोगों तथा इमरजेंसी के लिए तथा पुरुषों के विभिन्न रोगों के चिकित्सा तथा इमरजेंसी के लिए मौजूद होते हैं.

ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सक तो उठाए गए कदम:

दरअसल, सदर अस्पताल में लगातार शिकायतें मिल रही थी कि इमरजेंसी सेवाओं से बिना बताए चिकित्सक अनुपस्थित रहते हैं जिसके आलोक में सिविल सर्जन तथा जिलाधिकारी से भी शिकायत की गई थी. इस के आलोक में सख्त कदम उठाते हुए जिलाधिकारी ने जहां लगातार अनुपस्थित रहने वाले 7 महिला तथा पुरुष चिकित्सकों के साथ-साथ मूर्छकों का वेतन अवरुद्ध कर दिया गया था. वहीं सिविल सर्जन द्वारा सभी चिकित्सकों को रोस्टर का सख्ती से अनुपालन करने की हिदायत दी गई है. इसके साथ ही अब चिकित्सकों को जीपीएस सिस्टम के द्वारा मॉनीटर करने की तैयारी है.

मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर ड्यूटी में उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति का चलेगा पता: 

बताया जा रहा है कि चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन बनाया गया है, जिसके द्वारा जीपीएस से  चिकित्सकों की उपस्थिति को ट्रेस किया जाएगा. ड्यूटी आवर में चिकित्सक अगर अस्पताल के अलावा कहीं बाहर होंगे तो इसकी जानकारी सीधे वरीय अधिकारियों के पास चली जाएगी. ऐसे में ड्यूटी छोड़कर निजी चिकित्सालय चलाने वाले चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई होना निश्चित हो जाएगा.

अस्पताल के बाहर लगाया जाएगा बोर्ड, मरीजों से मांगा जाएगा फीडबैक:

अस्पताल प्रबंधक दुष्यंत कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल आईएसओ द्वारा प्रमाणित अस्पताल है. इसमें चिकित्सकीय सेवा को बेहतर बनाए जाने के लिए सदैव प्रयास किए जाते रहे हैं. शीघ्र ही अस्पताल के बाहर एक फ्लैक्स बोर्ड पर सप्ताह भर में चिकित्सकों की ड्यूटी की जानकारी प्रकाशित की जाएगी। जिससे कि मरीज यह जान सके कि किस दिन किस चिकित्सक की ड्यूटी अस्पताल में है. यही नहीं अस्पताल में आने वाले मरीजों तथा उनके परिजनों से एक फीडबैक फॉर्म भी भरवाया जाएगा. जिससे कि उनके द्वारा बताए गए सुझावों के आधार पर व्यवस्था को और भी बेहतर बनाया जा सके.

कहते हैं जिलाधिकारी:

लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर जहाँ कई चिकित्सकों का वेतन अवरुद्ध किया गया है. वहीं अब एक ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है. जिसमें मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा चिकित्सकों की उपस्थिति को जीपीएस से ट्रेस किया जा सकेगा. इससे अस्पताल में रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों की उपस्थिति को सुनिश्चित किया जाएगा.

राघवेंद्र सिंह
जिलाधिकारी, बक्सर











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