कोषागार पदाधिकारी पर कमीशनखोरी का लगा आरोप,मुख्यमंत्री को लिखा गया पत्र ..
उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इस बात का भी जिक्र की है कि सरकारी कार्यो में खर्च के लिए आवंटन होने वाली बिल को पास करने के लिए कोषागार पदाधिकारी हर बिल पर दो फीसदी का रिश्वत लेते है.
- जदयू नेता भरत मिश्रा ने लगाया 2 फीसद कमीशन लेने का आरोप
- कोषागार पदाधिकारी मनोज कुमार समेत अन्य कर्मियों को बताया भ्रष्टाचारी.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: डुमरांव अनुमंडल में पदस्थापित कोषागार पर दो फीसदी कमीशन लेने का संगीन आरोप लगाते हुए जदयू के राज्य सलाहकार समिति के सदस्य भरत मिश्रा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के पास एक पत्र लिखकर जांच की मांग की है.
जदयू के भरत मिश्रा ने पत्र में कोषागार पदाधिकारी मनोज कुमार समेत उनके कई अन्य सहयोगी कर्मचारियों पर भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का इल्जाम लगाये है. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इस बात का भी जिक्र की है कि सरकारी कार्यो में खर्च के लिए आवंटन होने वाली बिल को पास करने के लिए कोषागार पदाधिकारी हर बिल पर दो फीसदी का रिश्वत लेते है. वही यदि कोई ठेकेदार कमीशन नही देता तो उसकी बिल लटका दिये जाते है. उन्होंने कहा है कि कोषागार पदाधिकारी की कुकृत्य एवं भ्रष्टाचार की शिकायत कोई लिखित या फिर मौखिक रूप से नही करता. वहीँ उनपर आरोप लगाया गया है कि एक ही पद पर करीब पाँच वर्षो से बने रह कर कोषागार कार्यालय में भ्रष्टाचार की जड़े लम्बी कर दी है. उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एक पाँच सदस्यीय जांच कमिटी की गठन कर कोषागार पदाधिकारी की सम्पति समेत उनके कार्यकाल में किये गये भ्रष्टाचार की जांच करने की मांग की है.
दूसरी तरफ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नवनियुक्त अतिथि शिक्षकों के बिल के भुगतान में भी कोषागार पदाधिकारी ने काफी आनाकानी की थी. जिसको लेकर नवनियुक्त शिक्षकों ने बड़े अधिकारियों से पैरवी भी कराई गई थी तब जाकर कहीं मामला सलटा और उनके बिल का भुगतान किया जा सका.अनियमितताओं को लेकर जिलाधिकारी ने भी कोषागार की जांच की थी.
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