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सूरज की तपिश पर भारी रहा मतदाताओं का उत्साह, छिटपुट घटनाओं के बीच 56.3 फीसद मतदान ..


10 बजे मतदान का प्रतिशत 12.79 तथा 11 बजे 16.7 फीसद रहा। एक घंटे बाद वोट का प्रतिशत अचानक से उछल कर 33 फीसद पर पहुँच गया. 3 बजे तक मतदान 52.7 तो 4 बजे तक 55 फीसद बताया जा रहा था. अंतिम मतदान प्रतिशत 56.6 फीसद बताया गया.

- कई गांवों में किया गया मतदान का बहिष्कार.
- दो जगहों पर हुई हिंसक झड़पें.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान का कार्य संध्या 6 बजे तक छह विधानसभा के सभी 1856 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया. बक्सर विधानसभा के 4 तथा राजपुर विधानसभा के 1 मतदान केंद्र पर स्थानीय मुद्दों के कारण मत बहिष्कार किया. उधर वास्तविक मतदान से पूर्व सभी मतदान केंद्रों पर सुबह 6 से 7 के बीच मॉक पोल कराया गया. वहीं दूसरी तरफ कुल 71 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग तथा 15 मतदान केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई थी. जिला स्तर पर महिलाओं द्वारा संचालित 21 सखी मतदान केंद्र तथा दिव्यांगों के लिए दो मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे. जिलाधिकारी ने कहा कि सखी मतदान केंद्रों पर बेहतर व्यवस्था होने के कारण मतदान कर्मियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. मॉक पोल के दौरान 24 बीयू, 25 सीयू तथा 31 वीवीवीपैट एवं मतदान के दौरान 6 बीयू 6 सीयू एवं 16 वी वी पैट में खराबी आने के कारण इन्हें रिजर्व ईवीएम से बदल दिया गया. 

जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 56.6% मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया. हालांकि, उन्होंने बताया कि यह आक्रोष कल सुबह तक संशोधित भी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि सभी मतदान केंद्र पर मतदान समाप्ति के पश्चात संबंधित मतदान कर्मी एवं पीसीसीपी बाजार समिति स्थित बक्सर संग्रहण केंद्र हेतु प्रस्थान कर चुके हैं. वहीं उन्होंने बताया कि ईवीएम वीवीपट रखे जाने के लिए वज्रगृह को त्रिस्तरीय सुरक्षा इसके बीच रखा गया है. उन्होंने बताया 199 ब्रह्मपुर के मतदान केंद्र संख्या 133 एवं कन्या मध्य विद्यालय ढाकाइच के 134 मतदान केंद्र के बाहर दो गुटों में आपसी झड़प होने की शिकायत मिली थी. इसकी जांच अनुमंडल पदाधिकारी से कराई जा रही है.

सूरज की तपिश पर भारी पड़ा मतदाताओं का जोश

निर्धारित समय सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान चढ़ते दिन के साथ धीरे धीरे मतदान के प्रतिशत के रूप में बढ़ता गया. सुबह 8 बजे तक मतदान का प्रतिशत यहां केवल 4 था वहीं 9 बजे यह दोगुना होकर 8 फीसद पर पहुँच गया. 10 बजे मतदान का प्रतिशत 12.79 तथा 11 बजे 16.7 फीसद रहा। एक घंटे बाद वोट का प्रतिशत अचानक से उछल कर 33 फीसद पर पहुँच गया. 3 बजे तक मतदान 52.7 तो 4 बजे तक 55 फीसद बताया जा रहा था. अंतिम मतदान प्रतिशत 56.6 फीसद बताया गया.


सुबह से ही कतारबद्ध हो गए थे मतदाता:

इस बार लोगों में मतदान करने का उत्साह स्पष्ट तौर पर देखा जा रहा था मतदान करने के लिए लोग तकरीबन 1 घंटे पूर्व ही मतदान केंद्र पर पहुंचने लगे थे सुबह 7:00 बजे तक मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी हुई थी.  दोपहर 12:00 बजे के बाद मतदान केंद्रों पर भी कुछ कम होने लगी जो कि 3:00 बजे के बाद पुनः उसी रफ्तार में आ गई.

गुलज़ार दिखे मतदान केंद्र, वीरान दिखी सड़के: 

मतदान के दौरान जहां मतदान केंद्रों पर अच्छी खासी भीड़ देखी गई सड़के वीरान पड़ी थी. दोपहर 3:00 बजे के बाद सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन चलते नजर आए. वहीं नगर के सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी स्वत: ही बंद थे. उसके कारण बंदी जैसा नजारा दिखाई दे रहा था. आमतौर पर वाहन ना चलने से लोगों को परेशानी होती है. लेकिन, मतदान का दिन होने के कारण लोग घरों से निकलकर केवल मतदान केंद्र तक ही जा रहे थे. ऐसे में वाहनों के परिचालन का जनजीवन पर कोई असर नहीं पड़ा.


मतदाताओं में दिखा जोश, बड़ी संख्या में आधी आबादी बनी मतदान का हिस्सा: 

मतदान के लिए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था ना सिर्फ बुजुर्ग बल्कि युवा मतदाता भी मत देने में खासी रुचि दिखा रहे थे. महिलाओं ने भी मताधिकार का जमकर प्रयोग किया. नगर के एमपी हाई स्कूल, बीबी उच्च विद्यालय, सारीमपुर उर्दू मध्य विद्यालय में महिलाओं की अच्छी खासी संख्या देखी गई. हालांकि, अन्य मतदान केंद्रों पर भी महिलाओं की तादाद अबकी बार कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही थी.


आकर्षण का केंद्र रहा सेल्फी प्वाइंट, बच्चों के लिए बनाया गया था किड्स कॉर्नर: 

नगर के एमपी हाई स्कूल में मतदाताओं के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था, जहां मतदाता टीवी के स्क्रीन नुमा फ्रेम में जाकर सेल्फी ले रहे. दूसरी तरफ बीबी उच्च विद्यालय में बने मतदान केंद्र में बच्चों के लिए किड्स कॉर्नर बनाया गया था. मतदान केंद्र पर बच्चों को लेकर पहुंची महिलाएं किड्स कॉर्नर में बच्चों के साथ बैठी नजर आई.

लाइव वेबकास्टिंग से थी मतदान केंद्रों पर नजर, धूप से बचने के इंतजाम नाकाफी:

संवेदनशील मतदान केंद्रों की निगरानी के लिए लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी. हालांकि, कई मतदान केंद्रों पर कतारबद्ध मतदाताओं को धूप से बचाने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई थी. लेकिन, इसके बावजूद भी मतदाताओं का जो कम नहीं पड़ रहा था. गर्मी की परवाह किए बगैर वह अपने मत के प्रयोग के लिए कतारों में खड़े रहे.

मतदान बहिष्कार की घोषणा से मची रही अफरा-तफरी:

सदर प्रखंड के गोविन्दपुर, पुलिया, कोडरवा, नावागाव, लरई, बलुआ, बलिरामपुर, में मतदान बहिष्कार की घोषणा ग्रामीणों के द्वारा की गई. ग्रामीण रोड नहीं तो वोट नहीं की बात कह रहे थे. उन्होंने मतदान करने जा रहे हैं लोगों को भी मतदान करने से रोक दिया. बाद में इसकी सूचना मिलने पर जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने कहा कि मतदान करने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया है. हालांकि, लोकतंत्र में यह उनका अधिकार है, कि वह मत का प्रयोग करें अथवा नहीं करें.  जिलाधिकारी ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर तकरीबन डेढ़ सौ वोट पड़े हैं.











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