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पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ श्री विष्णु महायज्ञ ..

पूर्णाहुति के बाद एक संकल्प उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को दिलाया गया कि यहां से जाने के बाद अपने अपने घर एवं आसपास के क्षेत्र में एक पेड़ अवश्य लगाएं. कहा गया है कि एक वृक्ष सौ पुत्र समान होते हैं जो कि हमें ऑक्सीजन छाँव तथा बरसात कराने में भी अपना काफी योगदान देते हैं

- यज्ञ में मांगी गई मन्नत पूरी होने पर पहुंचे मंत्री.

- पूर्णाहुति पर ग्राम वासियों को दिया गया पौधरोपण का संदेश.


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: 9 दिन से चल रहे यज्ञ का समापन आज पूर्णाहुति कर के एवं भंडारा का आयोजन कर प्रसाद वितरण कर के किया गया.  स्वामी हरिनारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु आज यज्ञ स्थल पर यज्ञ की अग्नि में बनाए गए खीर को प्रसाद स्वरुप ग्रहण करने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि यज्ञ की अग्नि में बनाए गए इस खीर की विशेषता है कि खीर को प्रसाद स्वरूप खाने से एक साल तक किसी प्रकार का कोई रोग दुख नहीं रहता है. आज भी काफी संख्या में लोगें ने  पहुंचकर यज्ञ मंडप की परिक्रमा की तथा पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए एवं खीर के प्रसाद को पाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए. दूरदराज के क्षेत्र से  पूर्णाहुति कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए संत महात्मा पहुँचे थे.

 श्री हरि नारायण गिरी महाराज जी ने बताया कि पूर्णाहुति के बाद एक संकल्प उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को दिलाया गया कि यहां से जाने के बाद अपने अपने घर एवं आसपास के क्षेत्र में एक पेड़ अवश्य लगाएं. कहा गया है कि एक वृक्ष सौ पुत्र समान होते हैं जो कि हमें ऑक्सीजन छाँव तथा बरसात कराने में भी अपना काफी योगदान देते हैं. वृक्ष काटकर जिस प्रकार से आजकल तेजी से प्रदूषण को दूषित किया जा रहा है. आने वाले समय में हमें सांस लेने में भी दिक्कत होने लगेगी. हर तरफ प्रदूषित हवाएं बहाने लगेंगे. इन्हीं सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए यह संकल्प दिलाया जाएगा कि यहां से जाने के बाद आप अवश्य ही एक पेड़ लगाएं. ताकि भविष्य में अपने बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सहानुभूति  दिखाने का कार्य करें.

श्री हरि नारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि यज्ञ कराने से क्षेत्र में खुशहाली आता है एवं आत्म संतुष्टि भी मिलती है. साथ ही साथ पूरे क्षेत्र में समृद्धि आती है. यज्ञ कराने से इंद्रदेव भी प्रसन्न होते हैं एवं अच्छी खासी बारिश कराते हैं. कहा जाता है कि यज्ञ कराने से क्षेत्र में कभी सूखा नहीं पड़ता है. यज्ञ कराने से किसानों के जीवन में खुशहाली आएगी अधिक उपज होगी एवं सभी लोग समृद्ध रहेंगे. 

श्री हरि नारायण गिरी जी महाराज ने आगे बताया कि पहले भी हमने यज्ञ कराया था और जिस क्षेत्र में यज्ञ कराया है. वहां आज तक सूखा नहीं पड़ा है. हमारे बक्सर विश्वामित्र की धरती पर भी सूखा नहीं पड़ेगा. उन्होंने एेसे  दावा किया. किसान से बढ़कर कोई भी नहीं होता है. यदि किसान अच्छी उपज पैदा करते हैं तो पूरा देश खुशहाल रहता है.  उन्होंने कहा कि यज्ञ स्थल पर आसपास के क्षेत्र एवं गांव के सभी लोगों  का काफी सराहनीय योगदान रहा. बिहार सरकार के मंत्री समेत प्रशासनिक तौर पर भी  सुविधा मुहैया कराई गई. श्री हरि नारायण गिरि महाराज जी ने बताया कि मंत्री जी ने यज्ञ का ध्वज लगा के गए थे और जो मनोकामना उन्होंने मांगी थी. वह पूर्ण हो गई.  उन्होंने अपनी बेटी की शादी तय हो जाने की मनोकामना मांगी थी. जो कि तय हो गयी. इसी खुशी में वह भी  यज्ञ में शामिल होने के लिए बेटी की शादी का कार्ड लेकर आए थे. उन्होंने बताया कि आगे भी इस प्रकार के यज्ञ आयोजित किए जाते रहेंगे. जिन भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है. वह अवश्य ही यज्ञ कर आते हैं. यज्ञ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान रखना चाहिए कि यज्ञ में कभी भी बुरे मन से ना जाए. किसी भी प्रकार के लोभ लालच एवं  किसी के प्रकार मन में जलन लेकर नहीं जाना चाहिए. कहा  जाता है कि यज्ञ में दूसरों के द्वारा  छोड़े गए पाप मन में जलन रख  कर जाने वाले लोग प्राप्त करते हैं. यही कारण है कि यज्ञ में कभी बुरे मन से नहीं जाना चाहिए. किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने वाला व्यक्ति पाप का भागी बनता है.









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