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न्यायालय परिसर में गंदगी का अंबार, अधिवक्ताओं में आक्रोश..

परिसर में बने सार्वजनिक मूत्रालय की स्थिति भी बेहद ही नारकीय हो गई है. साफ-सफाई नहीं होने के कारण इसमें गंदा पानी जमा रहता है. जिसमें पलने वाले रोगों के वाहक कीटाणु तथा मच्छर-मक्खियों के कारण बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रह रही है.

- गंदगी में पल रहे रोग वाहक कीटाणु, बारिश में हो जाता है जलजमाव
- नालियों तथा मूत्रालय से नहीं हो पा रही जल निकासी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: व्यवहार न्यायालय में पसरी गंदगी ने व्यवहार न्यायालय में कार्यरत अधिवक्ताओं जीना मुश्किल कर दिया है.जिसको लेकर अधिवक्ताओं के बीच आक्रोश व्याप्त है. दरसअल, न्यायालय में जहाँ नालियों की सफाई नहीं होने जल निकासी की नहीं हो पाती है. परिसर में बने सार्वजनिक मूत्रालय की स्थिति भी बेहद ही नारकीय हो गई है. साफ-सफाई नहीं होने के कारण इसमें गंदा पानी जमा रहता है. जिसमें पलने वाले रोगों के वाहक कीटाणु तथा मच्छर-मक्खियों के कारण बीमारियों के फैलने की आशंका बनी रह रही है.

बताया जा रहा है कि, मूत्रालय निर्माण से लेकर अब तक लगातार कई प्रकार की खामियां सामने आती रही हैं. कभी शेड उखड़ जाना तो कभी कोई और समस्या. अब साफ-सफाई नहीं होने के कारण अधिवक्ताओं को इसके इस्तेमाल में खासी परेशानी का सामान करना पड़ रहा है. 

अधिवक्ता रामनाथ ठाकुर, मथुरा चौबे तथा विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि घटिया स्तर के निर्माण के कारण  पहले ही मूत्रालय क्षतिग्रस्त हो गया था. बाद में इसे संवेदक द्वारा बना दिया गया लेकिन, अब साफ-सफाई नहीं होने के कारण स्थिति पुन: खराब हो गई है. वहीं, नालियों की नियमित सफाई नहीं होने के कारण बरसात में जल जमाव के कारण समस्या और भी गंभीर हो जाती है. जबकि, बार-बार गंदगी की बातें सामने आने के बाद भी ना तो नगर परिषद और ना ही अधिवक्ता संघ द्वारा इस विषय में कोई पहल की जा रही है.

मामले में अधिवक्ता संघ के महासचिव गणेश ठाकुर से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. शीघ्र ही मूत्रालय की साफ सफाई करा कर इसे इस्तेमाल के लायक बना दिया जाएगा.

- न्यायालय संवाददाता राघव पांडेय की रिपोर्ट








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