सेल में बंद कुख्यात के उकसाने पर जेल में उड़ी अफवाह ..
त्वरित संज्ञान लेते हुए सूझबूझ एवं तत्परता से मामले की जानकारी लेते हुए कैदियों को इस तरह की अफवाहों का खुलासा कर दिया तथा अन्य कैदियों को इस पर ध्यान ना देने की बात कही.
- जेल अधीक्षक ने कहा, जेल में अराजकता की कोशिश कर रहा सेल में बंद कैदी.
- सेल में हुई सख्ती तो अपनाया दूसरा रास्ता.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: केंद्रीय कारा के सेल में बंद दुर्दांत अपराधी के उकसाने पर जेल में कुछ कैदियों के द्वारा अनशन की अफवाह उड़ा दी गई. हालांकि, जेल प्रशासन ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सूझबूझ एवं तत्परता से मामले की जानकारी लेते हुए कैदियों को इस तरह की अफवाहों का खुलासा कर दिया तथा अन्य कैदियों को इस पर ध्यान ना देने की बात कही.
बताया जा रहा है कि, केंद्रीय कारा के सेल में बंद दुर्दांत अपराधी राजा दुबे (जिस पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज है) ने पिछले दिनों पकड़े गए किन्नर चंदन उर्फ चांदनी तथा तीन चार अन्य बंदियों को उकसा कर जेल प्रशासन पर दबाव बनाने की रणनीति बनाई तथा उसने यह अफवाह उड़ा दी कि, कैदी अनशन पर बैठ गए हैं. जानकारी मिलते ही कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा ने स्वयं मामले की जांच की तथा कैदियों से पूछताछ में सारा मामला खुलकर सामने आ गया. जिसके बाद उन्होंने कैदियों से किसी के बहकावे में ना आने की अपील की.
घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए कारा अधीक्षक ने बताया कि, जेल में बंद राजा दुबे को आम बंदियों से अलग रखा गया है ऐसे में वह अन्य बंदियों को उकसा रहा है. इसी क्रम में उसने बंदियों को जेल प्रशासन के विरुद्ध उकसाते हुए जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए भोजन छोड़ देने की बात कही. उसके बहकावे में आकर हाल ही में पकड़े गए किन्नर चंदन उर्फ चांदनी तथा अन्य कैदियों ने भोजन ना करने की घोषणा कर दी. जैसे ही इसकी सूचना उन्हें मिली उन्होंने तुरंत पहुंच कर मामले की जांच की तथा सारी सच्चाई सामने आने के बाद कैदियों को किसी के बहकावे में ना आने की बात कही.
जेल अधीक्षक ने बताया कि, जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जेल प्रशासन के द्वारा जेल की सुरक्षा को और भी मजबूत किया गया है. हालांकि, कुछ कैदियों को यह कड़ाई नागवार गुजर रही है. ऐसे में वह कैदी जेल में अराजकता फैलाना चाहते हैं. लेकिन, उनकी मंशा पूरी नहीं होने दी जाएगी. कारा अधीक्षक ने बताया कि, ऐसे बंदियों को सेल में रखा जाता है जिनसे कारा में अव्यवस्था फैलने की आशंका रहती है. ऐसे में यह कैदी सदैव कुछ ना कुछ खुराफात करने की कोशिश में लगे रहते हैं.
नक्सली नेता प्रमोद सिंह ने भी कारा प्रशासन पर लगाए थे आरोप:
बता दें कि, इसके पूर्व भी कुछ महीनों पूर्व इस तरह की बात सामने आई थी. जब जेल में बंद कुख्यात नक्सली प्रमोद सिंह ने जेल प्रशासन पर उसके साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है कि, उस वक्त भी जिला पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह के द्वारा उसके सेल से बिस्किट तथा अन्य आपत्तिजनक सामान पकड़े गए थे. जिसके बाद सुरक्षा कड़ी करने तथा सख्ती बरते जाने पर उसने इस तरह के आरोप कारा प्रशासन पर लगाए थे.
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