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बदहाल व्यवस्था का स्याह सच: कूड़े के ढेर पर मिली अस्पताल में मिलने वाली दवाएं ..

सरकारी अस्पतालों में रोगियों को मुफ्त में दवाएं मुहैया कराए जाने के दावे किए जाते हैं. लेकिन, यह दवाइयां मरीजों को न मिलने के कारण बहुत से मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. ऐसे में यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है कि दवाइयां कूड़े के ढेर पर फेंकी गई तो कैसे और क्यों?

- चुरामनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप फेंकी मिली है दवाइयां
- पिछले माह तक दवाओं की अनुपलब्धता के कारण भटक रहे थे मरीज.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  स्वास्थ विभाग के कर्मियों के उदासीनता के कारण एक बार फिर व्यवस्था की पोल खुलती नजर आ रही है. मामला बक्सर सदर प्रखंड के चुरामनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां कूड़े के ढेर पर मरीजों को दी जाने वाली जीवन रक्षक दवाइयां फेंकी नजर आई. एक तरफ जहाँ सरकारी अस्पतालों में रोगियों को मुफ्त में दवाएं मुहैया कराए जाने के दावे किए जाते हैं. लेकिन, यह दवाइयां मरीजों को न मिलने के कारण बहुत से मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. ऐसे में यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है कि दवाइयां कूड़े के ढेर पर फेंकी गई तो कैसे और क्यों?

मरीजो का कहना है कि, अक्टूबर नवम्बर माह में इस अस्पताल में चिकित्सक के द्वारा लिखी दवाई भी नही मिल पाती थी. ऐसे में अब कूड़ेदान में इतनी सारी दवाएं कहाँ से आ गई हैं. यह सोचने वाली बात है. 

एक्सपायर थी सभी दवाएं:

स्वस्थ्य उपकेंद्र चुरामनपुर के बगल से कूड़ेदान में फेंकी गई दवाइयों को जब ध्यान से देखा गया तो मालूम चला सब दवाएं एक्सपायर कर गई हैं. इससे यह मालूम चलता है कि समय से इन दवाइयों को वितरण नही  हो पाया हो और इन दवाइयों से छुटकारा पाने के लिए कूड़ादान में फेंक दिया गया हो.

हर दिन सैकड़ों मरीजों को बाहर से लेनी पड़ती है दवा:

बक्सर सदर अस्पताल में रोजाना सैंकड़ों मरीजों को बाहर से दवा लेनी पड़ती है. सर्दी के दिनों में खांसी व बुखार की दवाओं की मांग अधिक रहती है. जो कभी कभी अस्पताल प्रबंधन के स्टॉक के नहीं रहती. ऐसे के सरकारी दवाओं का दुरुपयोग करने के साथ आम जनता के सेहत का दावा करने वाले जिले के स्वास्थ विभाग की निगरानी बेमानी साबित हो रही है.

इस सम्बंध में सीएस डॉ उषा किरण वर्मा से उनके नंबर 9470003163 बात करने की कोशिश की गई पर उन्होंने मीटिंग में होने की बात कहकर इस संदर्भ में कोई जवाब नहीं दिया.
















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