पथ संचलन के द्वारा आर.एस.एस. ने किया दक्षता का प्रदर्शन ..
दक्षिण बिहार प्रांत के प्रांत प्रचारक राणा प्रताप सिंह ने कहा कि, घोष शारीरिक अनुशाशन साधने का एक साधन है तथा संघ की अनवरत साधना का हिस्सा भी है. भानन्क, प्रणव, शंख, वेणु, बंशी, त्रिभुज आदि वाद्य यंत्रों से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.
- घोष वर्ग के शिक्षार्थियों के द्वारा किया गया पथ संचलन.
- वाद्य यंत्र टोलियों के द्वारा किया गया प्रदर्शन.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: स्थानीय राम जानकी मंदिर में आयोजित दक्षिण बिहार प्रांत घोष वर्ग के शिक्षार्थियों ने पथ संचलन का आयोजन किया गया, जिसमें घोष के तीन विभिन्न वाद्य यंत्रों के दलों के नेतृत्व में किला मैदान से निकलकर संचलन पुलिस चौकी, सत्यदेव गंज, मेन रोड, बड़ी देवी, अस्पताल रोड, मुनीम चौक, ठठेरी बाजार, पीपी रोड, होते हुए पुनः किला मैदान में पहुंचकर संपन्न हुआ.
घोष के ताल पर कदम से कदम मिलाते हुए अनुशासित ढंग से चल रहे स्वयंसेवकों की कतार आकर्षक दृश्य उपस्थित कर रही थी. इस दौरान नगर में विभिन्न स्थानों पर नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर पथ संचलन का स्वागत किया. संघ के अखिल भारतीय घोष टोली के सदस्य राम चंद्र पांडेय ने कहा कि, घोष का प्रशिक्षण संघ के शारीरिक प्रशिक्षण का एक अनिवार्य हिस्सा है तथा यह कार्यकर्ताओं के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है. दक्षिण बिहार प्रांत के प्रांत प्रचारक राणा प्रताप सिंह ने कहा कि, घोष शारीरिक अनुशाशन साधने का एक साधन है तथा संघ की अनवरत साधना का हिस्सा भी है. भानन्क, प्रणव, शंख, वेणु, बंशी, त्रिभुज आदि वाद्य यंत्रों से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.
इस दौरान प्रांत कार्यवाहक राजेंद्र कुमार, किसान कार्य प्रमुख जय शंकर पांडेय, प्रांत शारीरिक प्रमुख मनोज कुमार, सत्येंद्र कुँवर, अनुराग श्रीवास्तव, ब्रह्म देव कुमार, उत्तम कुमार उपाध्याय, शिव नारायण सिंह, जिला संघ चालक राम वकील राय, जिला कार्यवाहक विमल कुमार सिंह, सौरभ तिवारी, राहुल दुबे, गिरीश कुमार द्विवेदी चंदन प्रकाश, मुन्ना केसरी, नंदजी वर्मा, दीप नारायण राय, राजेश, राघव, अविनाश, राहुल, गौरव समेत कई लोग मौजूद रहे। पथ संचलन के दौरान नगर में विभिन्न स्थानों पर पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी. इस दौरान मॉडल थाना चौक समेत कई स्थानों पर ट्रैफिक को भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा.
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