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राजपुर के दोहरे हत्याकांड में शामिल थे पाँच, पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार ..

जैसे ही दोनों प्राथमिक विद्यालय देवी डिहरा से गैधरा जाने वाले सड़क की तरफ मुड़े तब तक बाइक सवार अपराध कर्मियों ने उन्हें घेर लिया. लूटपाट के दौरान उन्होंने दोनों को गोली मार दी और भाग निकले. इस दौरान अपराध कर्मियों ने 35 हज़ार रुपये की लूट भी की थी. 

- तीन अन्य अभियुक्तों की तलाश जाएगी.
- हत्या में शामिल थे 5 की संख्या में अपराधी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के राजपुर में पिछले वर्ष 15 जून को हुए दोहरे हत्याकांड में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है. पुलिस ने इस हत्या में शामिल दो अपराधियों को हिरासत में लिया है. जिनमें से एक के पास से हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है. जानकारी देते हुए एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि, सीएसपी संचालक कृष्ण कांत पाठक उर्फ पिंकू पाठक तथा सुशील पाठक की हत्या उस वक्त कर दी गई थी जब दिन के तकरीबन 12:15 बजे वह मोटरसाइकिल से अपने गांव की तरफ लौट रहे थे. जैसे ही दोनों प्राथमिक विद्यालय देवी डिहरा से गैधरा जाने वाले सड़क की तरफ मुड़े तब तक बाइक सवार अपराध कर्मियों ने उन्हें घेर लिया. लूटपाट के दौरान उन्होंने दोनों को गोली मार दी और भाग निकले. इस दौरान अपराध कर्मियों ने 35 हज़ार रुपये की लूट भी की थी. 


मामले में गुप्त सूचना मिली कि, इटाढ़ी थाना क्षेत्र के हकीमपुर का रहने वाला अजय कुमार उर्फ गोरख राम, पिता-सुदामा राम इस हत्या में शामिल है जो कि, वर्तमान में बक्सर नगर थाना क्षेत्र के नया बाजार में रहता है. इस सूचना के आलोक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश कुमार डीआईजी प्रभारी अविनाश कुमार राजपुर थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सिन्हा, डी.आई.यू. के राजेश मालाकार एवं सिपाही पवन कुमार, जैकी कुमार, अमित कुमार तथा राहुल कुमार की एक टीम बनाकर अपराधकर्मी को नया बाजार से दबोच लिया गया. जिसके पास से हत्या के दौरान प्रयोग में लाई गई एक सफेद रंग के अपाचे मोटरसाइकिल भी बरामद की गई. वहीं, पकड़े गए अपराधी के निशानदेही पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से अंकेश सिंह, पिता-विनय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.बताया जा रहा है कि, वह राजपुर थाना क्षेत्र के संगरांव गांव का रहने वाला है. दोनों ने बताया है उनके तीन अन्य साथी भी इस घटना में शामिल थे जो अभी फरार है. 

एक अपराधी को मिला केवल ढाई हज़ार रुपये का हिस्सा:

एसपी ने बताया कि, अपराधियों को केवल 35 हज़ार रुपये की राशि ही उस वक्त मिल पाई थी, जिसमें से अजय को केवल ढाई हजार रुपए की राशि मिली थी. उन्होंने बताया कि अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है शीघ्र ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.



















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