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Buxar Top News: वीडियो: छात्रसंघ चुनाव में छात्रों का रुझान दिखा नामाँकन रैली में, देखिए पूरी रिपोर्ट कॉलेज कैम्पस से ..

चुनाव में राजद के बागी उम्मीदवार, व लेफ्ट यूनिटी में दो फाड़ व एनएसयूआई का टिकट वितरण बवाल, एबीवीपी जैसे बड़े संगठन का उम्मीदवार घोषित करने में देरी का भी सीधा फायदा.

- राजनीतिक दलों के आने से चुनाव हो जाएगा महंगा व अराजक.
- सभी दल दिखा रहे हैं अपना छात्र प्रेम.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: यूँ तो 37 साल बाद महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय में हो रहे चुनाव में अचानक ही छात्र नेताओ की बाढ़ आ गई. सभी दल भी अपना छात्रप्रेम दिखाने लगे है. लेकिन बक्सर टॉप न्यूज ने पूरे छात्रसंघ चुनाव के नामाँकन को पैनी नजर से देखा उसमें छात्रों का रुझान छात्रशक्ति संगठन में ही दिखा. सामान्य छात्रो का एक मत रहा कि छात्रसंघ चुनाव में छात्र संगठन की ही सहभागिता हो, राजनीतिक दलों के आने से चुनाव महंगा व अराजक हो जायेगा.
पहली बाजी भी छात्रशक्ति ने ही मारी छात्रसंघ चुनाव के अधिसूचना जारी होने से पहले अपने उम्मीदवारों को घोषित कर अपनी ताकत दिखाई साथ ही
छात्रशक्ति ने सचिव जैसे मजबूत पद पर छात्रा उम्मीदवार को उतार कर भी छात्राओ का वोट बैंक अपने पक्ष में करने का पूरा समीकरण बैठा लिया है.
छात्रशक्ति ने अंजली कुमारी को सचिव पद से उतारा है.
वही कांग्रेस व वामपंथी संगठनों ने छात्रा उम्मीदवार को कोषाध्यक्ष जैसे पदों से उतार कर केवल ओपचारिकता निभाई है. बाकी अन्य संगठनों में छात्रा उम्मीदवार नही दिखी.
सबसे अलग बात छात्रशक्ति के उम्मीदवारों के आधे से अधिक प्रस्तावक के रूप में भी छात्राओ की सहभागिता रही.
वही नामांकन की रैली में भी छात्रशक्ति की नामांकन रैली भारी पड़ी.
छात्रशक्ति के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र शशि ने बताया कि छात्रशक्ति के सुप्रीम सौरभ तिवारी छात्र समस्या पर हमेशा मुखर रहे है. और टीम छात्रशक्ति ने छात्रहित की लड़ाई लड़ी है. जिसमे महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय, बक्सर में सभी विषयों में पीजी की पढ़ाई , व बीएड की पढ़ाई, के साथ छात्रहित के विषयों पर लगातार किया गया संघर्ष छात्रो के बीच
लोकप्रियता का आधार है.
बक्सर टॉप न्यूज के रिपोर्टर ने छात्रशक्ति के एक अभियान पर भी नजर रखे हुवा था.
विदित हो कि छात्रशक्ति गंगा सफाई अभियान भी चलाती है.
सबको यह लगा कि चुनाव में यह अभियान बाधित होगा लेकिन इस रविवार भी छात्रशक्ति ने चुनाव की व्यस्तता को दरकिनार करते हुए पूरी टीम सफाई अभियान को अनवरत चलाया तथा बाद गंगा मइया का आशीर्वाद लेकर नामांकन पत्र भरने निकले.
इस चुनाव में राजद के बागी उम्मीदवार, व लेफ्ट यूनिटी में दो फाड़ व एनएसयूआई का टिकट वितरण बवाल, एबीवीपी जैसे बड़े संगठन का उम्मीदवार घोषित करने में देरी का भी सीधा फायदा छात्रशक्ति को मिलता दिख रहा है.

वहीं, सभी संगठन अपने जीत के दावे कर रही है. लेकिन छात्रो का रुझान व रैली में छात्रो की संख्या बल साफ कहानी बयान कर रही थी.








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