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Buxar Top News: विक्रमा कुशवाहा हत्याकांड में दर्ज कराई गई प्राथमिकी, जिलाधिकारी से मिला शिष्टमंडल सौंपा चार सूत्री मांग पत्र..

हो सकता है कि किसी व्यक्तिगत दुश्मनी को लेकर किसी ने उन्हें अपनी गोलियों का शिकार बना लिया.

- दुकान से घर लौटते वक्त कर दी गई थी गोली मारकर हत्या
- परिजनों ने कहा, किसी से रंजिश की बात की नहीं है जानकारी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सिकरौल थाना क्षेत्र के बड़कागांव से अपनी दुकान बंद कर लौटते समय अपराधियों की गोली का शिकार हुए व्यवसायी विक्रमा कुशवाहा हत्याकांड मामले में उनके भाई रालोसपा नेता अरुण कुशवाहा द्वारा अज्ञात अपराधकर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है. थाने में दिए अपने आवेदन में मृतक के भाई ने बताया है कि उनके भाई अपनी सोने चांदी के दुकान को बंद कर वापस बक्सर लौट रहे थे तभी भभुअर के पास अपराधियों ने उन्हें अपनी गोली का शिकार बनाया. अपराधियों ने उनकी पीठ में दो गोलियां दाग दी थी.  उन्होंने पुलिस को दिए अपने आवेदन में बताया है कि मृतक के किसी से कोई रंजिश रही हो यह बात किसी भी घरवाले को नहीं पता है, हो सकता है कि किसी व्यक्तिगत दुश्मनी को लेकर किसी ने उन्हें अपनी गोलियों का शिकार बना लिया. मामले में थानाध्यक्ष दयानन्द सिंह ने बताया कि पीड़ित परिजनों द्वारा प्राप्त आवेदन के आधार पर मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है.

दूसरी तरफ हत्या के बाद बक्सर में सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसमें शिव प्रसाद कुशवाहा, जय राम सिंह, रामाशंकर सिंह, योगेंद्र सिंह, रमेश सिंह, समेत 150 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है.

दूसरी तरफ मौर्य शक्ति संगठन का शिष्टमंडल राष्ट्रीय संयोजक रवि मोर्य के नेतृत्व में दिनांक 1 अप्रैल को अपराधियों की गोली का शिकार हुए विक्रमा कुशवाहा के परिजनों से मिलने के लिए उनके गांव जगदीशपुर पहुंचे. उन्होंने  परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि जिला पदाधिकारी बक्सर को चार सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है, जिसमें कि प्रशासन से विक्रमा कुशवाहा को न्याय दिलाने और हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की गई है. चार सूत्री मांग पत्र में विक्रमा कुशवाहा के हत्यारों की गिरफ्तारी तथा उच्च स्तरीय टीम का गठन कर मामले की जांच करने, विक्रमा कुशवाहा के परिजनों को सरकार की तरफ से दस लाख रुपए मुआवजा देने, विक्रम कुशवाहा के एक पुत्र और एक पुत्री को उच्च शिक्षा हेतु अध्ययन की व्यवस्था करने तथा विक्रमा कुशवाहा के पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई है. साथ ही साथ मौर्य शक्ति संगठन के संयोजक रवि मौर्य ने यह भी कहा है कि यदि उनकी मांगों को 72 घंटे के अंदर नहीं पूरा किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी. मौर्य शक्ति के शिष्टमंडल में प्रदेश महासचिव नीरज महतो, रोहतास के जिला सचिव योगेंद्र कुशवाहा, रजनीश कुशवाहा, राजेश सिंह कुशवाहा, संतोष सिंह और रिंकू कुशवाहा शामिल थे.















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