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Buxar Top News:सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता सेमिनार, फाउंडेशन स्कूल ने निभाई जिम्मेदारी, बच्चों को दिए गए कई महत्वपूर्ण टिप्स ..



सड़क सुरक्षा को लेकर खुले तौर पर कई तरह के सेमिनार और आयोजनों के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का काम किया जाता रहा है लेकिन विद्यालय में बच्चों को सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक करना अपने आप में काफी रोचक और फायदेमंद है. 

- बच्चों को बताए गए सड़क पर चलने के तरीके.
- प्रत्येक तीन महीने पर आयोजित होता है सड़क जागरुकता सेमिनार.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सड़क सुरक्षा शुरू से ही एक महत्वपूर्ण और गंभीर विषय रहा है. लेकिन अक्सर इस गंभीर मसले को नजर अंदाज करना न केवल बड़े हादसों को न्योता देने जैसा होता है बल्कि हादसे में लोगों को अपनी जान तक गवानी पड़ती है. अगर इस मसले को लेकर लोग जागरुक हो और एक दूसरे को भी जागरूक करें तो सड़क हादसों से न केवल बचा जा सकता है बल्कि अपने जीवन की सुरक्षा भी की जा सकती है.


 इसी मसले को लेकर बक्सर फाउंडेशन स्कूल के तत्वाधान में सड़क सुरक्षा से संबंधित एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें सड़क सुरक्षा को लेकर बच्चों को जागरुक किया गया. बच्चों को यह बताया गया कि सड़क सुरक्षा कितना महत्वपूर्ण है और इसके क्या-क्या फायदे हैं. इस सेमिनार की अध्यक्षता बक्सर एसडीओ के के उपाध्याय ने किया. गौरतलब है कि फाउंडेशन स्कूल के अलावा DAV और कैंब्रिज स्कूल ने भी इस गंभीर विषय को तबज्जो देते हुए इस सेमिनार में अपनी सहभागिता निभाई. इस मौके पर फाउंडेशन स्कूल के वाणिज्य संकाय के छात्र छात्राओं के अलावा चालक सहचालक, कैंब्रिज स्कूल के ट्रांसपोर्ट प्रबंधक श्री ओम प्रकाश जी, DAV से अजय उपाध्याय एवं शास्त्री जी ने भी हिस्सा लिया और बच्चों को सड़क सुरक्षा के गुण बताएं. 


गौरतलब है कि फाउंडेशन स्कूल के तरफ से प्रत्येक तीन महीने पर इस तरह के जागरुकता सेमिनार का आयोजन किया जाता है जिसमें अलग-अलग विषयों पर बच्चों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से कार्य किया जाता है.इधर फाउंडेशन स्कूल के प्रिंसिपल विकास ओझा ने बताया कि इस तरह के जागरूकता अभियान से न केवल लोगों के जीवन की सुरक्षा होती है बल्कि हालिया दिनों में इसका असर भी देखने को मिला है. उन्होंने बताया कि जागरूकता का ही नतीजा है कि शहर में जाम की समस्याओं से कुछ हद तक निजात मिली है. उन्होंने बताया कि इस सेमिनार के खास बिंदु यह भी रहा कि बच्चों को इस बात पर खासा ध्यान आकर्षित किया गया जिससे बच्चों को यह पता चल सके कि उन्हें सड़क पर कैसे चलना है और किस तरह से सुरक्षित सड़क पार करना है. क्योंकि अक्सर लापरवाही से सड़क पर चलना और सड़क पार करना ही खतरे का सबब बन जाता है. स्कूल में इस तरह के सेमिनार का आयोजन के होने के पीछे यह भी एक मकसद था कि स्कूली बच्चों को यह बताया जाए कि उन्हें स्कूल आते और जाते समय सड़कों पर सुरक्षा का ख्याल किस तरीके से रखना है.


गौरतलब है कि सड़क सुरक्षा को लेकर खुले तौर पर कई तरह के सेमिनार और आयोजनों के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का काम किया जाता रहा है लेकिन विद्यालय में बच्चों को सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक करना अपने आप में काफी रोचक और फायदेमंद है. फाउंडेशन स्कूल के अलावा अन्य स्कूलों का इस महत्वपूर्ण विषय पर हिस्सेदारी और बच्चों को जागरूक करने की जिम्मेदारी यह दर्शाती है कि स्कूल भी अपना महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने में पीछे नहीं है.

















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