खरवार आंदोलन ने लिया नया रूप, नेताओं ने दी आत्मदाह की धमकी ..
जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग को लेकर चल रहे इस धरना में नेताओं ने नए साल के पहले दिन से आत्मदाह आंदोलन शुरु करने की बात कही है. धनसोई के समीप स्थित करमा गांव के रहने वाले बब्बन खरवार ने कहा है कि वह आगामी 1 जनवरी को राजभवन के समक्ष आत्मदाह करेंगे
- साल के पहले दिन ही नेता आत्मदाह कर करेंगे शुरुआत
- कहा, मांगे पूरी होने तक एक-एक नेता द्वारा लगातार हर सप्ताह किया जाएगा आत्मदाह.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: रामनारायण खरवार कल्याण समिति के बैनर तले चार दिसंबर से लगातार चल रहे आंदोलन ने अब नया रूप अख्तियार कर लिया है. जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने की मांग को लेकर चल रहे इस धरना में नेताओं ने नए साल के पहले दिन से आत्मदाह आंदोलन शुरु करने की बात कही है. धनसोई के समीप स्थित करमा गांव के रहने वाले बब्बन खरवार ने कहा है कि वह आगामी 1 जनवरी को राजभवन के समक्ष आत्मदाह करेंगे. तत्पश्चात यह आंदोलन प्रत्येक सप्ताह एक व्यक्ति के आत्मदाह से चलता रहेगा और सब तक चलेगा जब तक सरकार उनकी मांग को मानते हुए जनजातीय आवास प्रमाण पत्र निर्गत नहीं कर देती. रामनारायण खरवार कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राजू खरवार ने इस बाबत राज्यपाल को प्रेषित अपने पत्र में यह जानकारी दी है.
आपको बता दें कि खरवार शब्द को सरकार के अभिलेखों में गलती से जनजातीय सूची से हटा दिया गया है, जिससे कि इस जाति के लोगों को आरक्षण तथा अन्य लाभ नहीं प्राप्त हो पाते हैं. हालांकि, आंदोलनकारी नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने इस भूल को सुधारने के लिए राज्य सरकार को पूर्व में ही पत्र प्रेषित कर दिया है. बावजूद इसके सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है, जिसके कारण यह आंदोलन शुरू किया गया है. जिसके बाद आंदोलन का आगे पटना में पिछले 4 दिसंबर से लगातार धरने पर बैठे हुए हैं. To
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