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बजट की खूबियां भाजयुमों को भायी, राकांपा ने कमियां गिनाई ..

विनोधर ओझा ने कहा कि यह अंतरिम बजट चुनावी जुमला है. एक प्रकार से आम जनता को छलने का काम किया गया है

- भाजयुमो ने कहा सबका साथ सबका विकास की है बात.

- राकांपा ने कहा लॉलीपॉप है बजट.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बजट को लेकर अलग-अलग लोगों द्वारा अपनी अलग - अलग राय दी जा रही है. भाजपा ने जहाँ इस बजट को बेहतर बताया है वहीं राकांपा ने इसे लॉलीपॉप बताया है.

भाजयुमो के राजेश सिन्हा ने बताया कि अपने नारे "सबका साथ-सबका विकास" को साकार करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने अंतिम बजट में देश के हर वर्ग को राहत देने का प्रयास किया है.
गरीब किसानों को सालाना 6 हज़ार रुपये, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को 3 हज़ार रुपये की पेंशन स्कीम साथ ही दुर्घटना में मृत्यु होने पर 6 लाख रुपये की सहायता, मध्यमवर्ग के नौकरी पेशा लोगों के लिए 5 लाख तक के इनकम पर किसी भी प्रकार के टैक्स नही लगाने की घोषणा स्वागत योग्य है.
सरकार ने रक्षा बजट को 3 लाख करोड़ तक बढ़ाने का प्रस्ताव किया है यह हमारी सेना के मनोबल को ऊंचा करेगी. पीयूष गोयल ने बजट प्रस्ताव रखते हुए कहा कि हमने कमरतोड़ महंगाई की कमरतोड़ दी है. अब महंगाई नियंत्रण में है. वित्तीय घाटा 3.4 फीसदी के न्यूनतम दायरे में आ गई है, मुद्रास्फीति एक अंक के दायरे में सिमट गई है वहीं देश आज दुनियाँ की अर्थव्यवस्थाओ में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गई है और विदेशी निवेश के लिए दुनियाँ की निगाहें हमारी ओर है.
नोटबन्दी की कथित असफलता का रोना रोने वालों को शायद यह आंकड़े पसंद न आएं लेकिन हकीकत यह है कि मोदी सरकार में देश की अर्थव्यवस्था आज उस रास्ते पर चल पड़ी है जहाँ से वह दुनियाँ की अर्थव्यवस्था का नियंत्रण अपने हाथों में ले सके. 

उधर, जिला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की बैठक देवकुली ब्रह्म्पुर में जिला अध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्र ओझा की अध्यक्षता में संपन्न हुई. 
इस बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश समन्वयक विनोधर ओझा वरिष्ठ सदस्य विशेश्वर पांडेय प्रदेश सदस्य उदय शंकर ओझा आदि उपस्थित थे.

विनोधर ओझा ने कहा कि यह अंतरिम बजट वित्तीय लेखानुदान नहीं बल्कि वोटों का लेखा जोखा है. यह एक प्रकार से आम जनता को छलने का काम किया गया है. सरकार के अंतरिम बजट के नाम पर पूरा बजट पेश करना संसदीय परंपरा का उल्लंघन है. इस बजट में बेरोजगार युवाओं छात्राओं के लिए कुछ नहीं है. जबकि एक बड़े वर्ग को  निराश किया गया है. विशेश्वर पांडेय ने कहा कि वर्तमान बजट एक जुमलेबाज सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट भी एक जुमला है. जो कैसे पूरा होगा इसका कोई उल्लेख नहीं है.

 उपाध्यक्ष अजय गुप्ता ने कहा कि छोटे व्यवसाई हो को बजट में निराश किया है. जिलाध्यक्ष डॉ.सुभाष चंद्र ओझा ने कहा कि किसानों के लिए 6000 रुपए देने की घोषणाएं 12 करोड़ को और सीमांत किसानों को कैसे फायदा होगा और 50 फ़ीसदी किसान कर्ज में फंसे हैं एवं आत्महत्या कर रहे हैं. किसानों को कैसे छुटकारा मिलेगा. इसका बजट में कहीं भी उल्लेख नहीं है. पूर्व भाजपा की सरकार द्वारा बंद पेंशन योजना चालू करने की उम्मीद थी. लेकिन बजट में उन्हें भी निराश किया गया है.यह वर्तमान सरकार द्वारा किसानों के लिए एक लॉलीपॉप है.










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