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नगर वासियों को 540 फीट गहराई से मिलेगा डबल फिल्टर्ड पेयजल ..

साइट इंजीनियर विपरेंद्र कुमार ने बताया कि वाटर सप्लाई देने के साथ-साथ हाउस कनेक्शन भी उसी वक्त दिए जा रहे हैं, ताकि शीघ्रता से वॉटर सप्लाई शुरु कीे जा सके

- बिहार राज्य जल परिषद के द्वारा शहरी जलापूर्ति योजना फेज-1 के तहत लाभान्वित होगी शहरी आबादी.

- कई वार्डों को किया गया है प्रथम फेज़ में शामिल.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अमृत योजना  के अंतर्गत शहरी जलापूर्ति योजना फेज वन के तहत नगर निवासियों को भूगर्भ में 540 फीट नीचे से शुद्ध जल शीघ्र ही मिलने लगेगा. इसके लिए कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है नगर में जहां तीन जल मीनारों का निर्माण अंतिम चरण में है वही घरों में वाटर सप्लाई का कनेक्शन भी दिया जाना शुरु कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि मार्च के अंत तक शहर की एक बड़ी आबादी को डबल फिल्टर्ड अमृत समान शुद्ध पेयजल उनके घरों में उपलब्ध होगा.

दिल्ली से बुलाई गई है विशेषज्ञ टीम, अंडरग्राउंड टनल बना बिछाई जाएगी पाइपलाइन:

बिहार राज्य जल परिषद एवं नगर विकास एवं आवास विभाग के द्वारा शहरी जलापूर्ति योजना फेज़-1 के तहत अमृत योजना चलाई जा रही है, जिसमें नगर के तीन विभिन्न स्थानों पर जल मीनार एवं 5 उच्च प्रवाही नलकूप तथा मोटर लगाकर लगभग 46428 जनसंख्या तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना है. यह काम पटना की अनुभवी एजेंसी गणाधिपति कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है. जिसके लिए कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. इस परियोजना के तहत नगर के विभिन्न इलाकों में अंडरग्राउंड पाइप बिछाए जाने का कार्य अंतिम चरण में है.  वहीं जिन स्थानों पर सड़क को काटना संभव नहीं है. वहाँ के लिए दिल्ली से विशेषज्ञ टीम बुलाई गई है.यह टीम मशीन के द्वारा अंडरग्राउंड टनल बनाकर पाइप को कनेक्ट करते हुए जलापूर्ति को सुनिश्चित करेगी. इस महत्वाकांक्षी योजना से गंगा के किनारे बसे लोगों को आर्सेनिक का जहर पीने से मुक्ति मिलेगी.

3 जोनों में बांटे गए वार्डों में स्थापित हो रहे हैं उच्च गुणवत्ता तथा विशाल जल संग्रहण क्षमता के जल मीनार: 

32.23 करोड़ की योजना के पहले फेज के कार्य को 3 जोनों में बांटा गया है. पहले जोन में वार्ड संख्या 1, 2, 3 और 5 हैं। जिसके लिए आईटीआई के पास विशाल जल मीनार बन रहा है. जल मीनार की ऊंचाई 21 मीटर है तथा इसमें 1022 किलो लीटर जल संग्रह करने की क्षमता है. यही नहीं जल को शुद्ध करने के लिए दो उच्च गुणवत्ता युक्त क्लोरिनेटर लगाए गए हैं. जिससे कि लोगों को शुद्ध एवं स्वच्छ जल उपलब्ध होगा. जबकि यहां पर उच्च प्रवाही दो नलकूप लगाए जा रहे हैं. वहीं उच्च गुणवत्ता युक्त वीटी पंप और मोटर के द्वारा 55 लीटर प्रति सेकंड के हिसाब से पानी भूगर्भ से निकाल कर जल मीनार में संग्रह किया जाएगा. साथ ही साथ नियमित एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए सौ केवीए के दो ट्रांसफार्मर यहां तथा अन्य जगहों पर भी लगाए जा रहे हैं. वहीं उच्च गुणवत्तापूर्ण नलकूप भी लगाया जा रहा है. उसी प्रकार वार्ड संख्या 4, 6, 7 एवं आठ की आबादी को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए बाजार समिति में एक विशाल जल मीनार बनाया गया है. उसकी भी ऊंचाई 21 मीटर है तथा क्षमता 1022 किलोलीटर ही है. यहां भी लोगों को शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए दो क्लोरिनेटर लगाए जा रहे हैं. तीसरे जोन में आने वाले वार्ड 12, 13, 14, 25, 26 एवं 27 हैं. इन वार्डों में जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए किला मैदान के समीप 908 किलोलीटर क्षमता का जल मीनार बनाया जा रहा है.  यहां भी पानी को शुद्ध करने के लिए क्लोरिनेटर तथा अलग ट्रांसफार्मर से बिजली की व्यवस्था होगी. 

आर्सेनिक के जहर से मिलेगी मुक्ति, 540 फ़ीट गहराई से आएगा डबल फिल्टर्ड पानी:

बताया जा रहा है कि वाटर सप्लाई के लिए पानी 540 फीट गहराई से लिया जाएगा जो कि पूरी तरह आर्सेनिक से मुक्त होगा. ऐसे में गंगा तटीय इलाके में रहने वाली एक बड़ी आबादी को आर्सेनिक के जहर से मुक्ति मिलेगी. यही नहीं जल को डबल फिल्टर्ड करने की भी बात कही जा रही है. जिसके बाद लोगों के घरों तक शुद्ध तथा अमृत समान पेयजल उपलब्ध होगा. साइट इंजीनियर विपरेंद्र कुमार ने बताया कि वाटर सप्लाई देने के साथ-साथ हाउस कनेक्शन भी उसी वक्त दिए जा रहे हैं, ताकि शीघ्रता से वॉटर सप्लाई शुरु की जा सके.












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