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नमामि गंगे योजना में घाटों के सौंदर्यीकरण योजना पर ग्रहण ..

हालांकि, निर्माण में लगी एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड के द्वारा अब केवल दो गंगा घाटों सती घाट एवं गोलाघाट पर ही निर्माण किया जा रहा है. ऐसे में लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है

- छह नहीं अब केवल दो घाटों का होगा निर्माण.

- ढाई वर्ष पूर्व हुआ था योजना का शिलान्यास अभी तक नहीं हुआ कार्य.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के ऐतिहासिक महत्व को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर उभारने के लिए बक्सर के सभी गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण नमामि गंगे योजना के तहत किया जाना था, इस योजना का शिलान्यास 7 जुलाई 2016 को केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री रामकृपाल यादव के द्वारा बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे तथा विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी की उपस्थिति में विधिवत रूप से किया गया था. इस दौरान 6 गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव था. जिसके लिए सरकार ने 68 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गयी थी. कार्य शुरू होने के बाद जहां मंथर गति से चल रहा था वहीं अब बताया जा रहा है कि केवल दो गंगा घाटों पर कार्य किया जाना है. शेष चार गंगा घाटों का कार्य इस परियोजना से निकाला जा चुका है. ऐसे में लोगों की उम्मीदों पर पानी ही फिरता नजर आ रहा है.

छह घाटों को किया गया था शामिल: 

जिन गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण किया जाना था उसमें रामरेखा घाट, रानी घाट, श्मशान घाट, गोलाघाट, जहाज घाट तथा सती घाट पर घाट के निर्माण के साथ ही नाली निर्माण, शौचालय निर्माण, लाइटिंग की व्यवस्था के साथ-साथ श्मशान घाट के शवदाह गृह का भी निर्माण होना था. हालांकि, निर्माण में लगी एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड के द्वारा अब केवल दो गंगा घाटों सती घाट एवं गोलाघाट पर ही निर्माण किया जा रहा है. ऐसे में लोगों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.


एक माह में दो गंगा घाटों का कार्य पूरा कर ले जाने का दावा:

शिलान्यास के बाद विभिन्न कारणों से कार्य में हुई देरी के बाद अब कार्य कुछ बढ़ना शुरू हुआ है. जिसके बाद निर्माण कार्य में लगी रांची की एजेंसी उर्मिला आरसीपी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के गर्मी के के पांडेय ने बताया कि बाकी बचा काम एक माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद दो गंगा घाट जनता की सेवा में समर्पित हो जाएंगे. हालांकि, निर्माण कार्य की गति को देखते हुए यह दावा खोखला साबित होता दिखाई दे रहा है.











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