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अमर शहीदों की याद में आयोजित हुई ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा ..

इस दौरान नगर की सड़कें बड़े-छोटे तिरंगे झंडे से पटी रही. बच्चों से लेकर नौजवान और बुजुर्ग लोगों ने भी हाथ में तिरंगा लेकर इस यात्रा को सफल बनाया. यात्रा में आकर्षण का केंद्र रही झांकियां तिरंगा यात्रा में निकाली गई झांकियां लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रही. 


- 101 मीटर लंबी तिरंगा यात्रा में शामिल हुए आम व खास.
- 1942 की क्रांति में शहीद हुए थे डुमराँव के क्रांतिकारी.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: शुक्रवार को डुमराँव में 16 अगस्त 1942 के अमर शहीदों की याद में भव्य तिरंगा यात्रा निकाला गया. नौजवानों की सामाजिक संस्था स्वयं शक्ति के तत्वावधान में 101 मीटर लंबा तिरंगा यात्रा  राजगढ़ चौक से निकल मेन रोड होते हुए शहीद स्मारक तक गया. यात्रा में डुमरांव युवराज चन्द्र विजय सिंह और शिवांग विजय सिंह के अलावा स्थानीय विधायक ददन पहलवान और हजारों लोग मौजूद थे. तिरंगा यात्रा पूरे शहर में लोगों के बीच बेहद आकर्षण का केंद्र बना रहा. भारत माता की जय तथा वन्देमातरम के जयघोष के साथ चल रहे तिरंगा यात्रा में डुमरांव के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. डुमरांव के इतिहास में दूसरी बार निकले इस तिरंगा यात्रा में भाग लेकर लोग स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे. जो लोग जैसे मिल रहे थे वैसे ही कारवां में शामिल होते चले जा रहे थे. नगर के राजगढ़ से शुरू हुए इस तिरंगा यात्रा मेन रोड, गोला रोड, स्टेशन रोड होते हुए टीचर्स ट्रेनिग स्कूल, नया थाना के रास्ते पुन: शहीद स्मारक पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ संपन्न हुआ. 
इस दौरान नगर की सड़कें बड़े-छोटे तिरंगे झंडे से पटी रही. बच्चों से लेकर नौजवान और बुजुर्ग लोगों ने भी हाथ में तिरंगा लेकर इस यात्रा को सफल बनाया. यात्रा में आकर्षण का केंद्र रही झांकियां तिरंगा यात्रा में निकाली गई झांकियां लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रही. भारत माता और 16 अगस्त 1942 को डुमरांव थाने पर शहीद हुए चारों अमर शहीदों की झांकी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना था. देश में आए दिन हो रही आतंकी घटनाएं तथा उस पर अपने बहादुर सैनिकों की सफल कार्यवाही को झांकी में दर्शाया गया था. जिसने भी देखा स्वयं शक्ति संस्था के कार्यकर्ताओं की जमकर तारीफ की. नन्हे-मुन्ने बच्चों ने भी उत्साह के साथ तिरंगा यात्रा में अपनी भागीदारी निभाई. यात्रा के दौरान ऐसा लग रहा था जैसे डुमरांव देशभक्ति की वहीं पुरानी धारा एक बार फिर से बह चली हो. 



  1. इस आयोजन को सफल बनाने में शामिल स्वयं शक्ति के संयोजक सुमित गुप्ता, अध्यक्ष राजन तिवारी और सचिव धीरज मिश्रा ने बताया कि यह डुमरांव का सौभाग्य है कि पूर्वजों की शहादत को नमन करने का मौका मिला. स्वयं शक्ति ने कहा कि अगले वर्ष से डुमरांव के  शहीदों के सम्मान में  संध्या समय  सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 1942 में जो मशाल अमर शहीदों ने  जलाई थी, उसे बरकरार रखना हम सबका कर्तव्य है. इस आयोजन में स्वयं शक्ति के विजय सिन्हा, अजीत , आशुतोष त्रिपाठी, सर्वेश पांडेय, ऋतुराज पांडेय, अविनाश तिवारी, अरविद तिवारी, संदीप शर्मा, रोहित कुमार, पीयूष उपाध्याय, तेलहा सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, दीपक तिवारी, अमित मिश्रा, राजेश मिश्रा, चंदन केसरी, सोनू गुप्ता, टिकू राय, सुनील प्रजापति, प्रकाश वर्मा, रंजन केसरी, रौबिन चौबे, विक्की सिंह, मनोज सिंह, अजीत कुमार सिंह, बंटी शाही, राजेश सिन्हा, ओमप्रकाश भुवन, दीपक यादव, संटू मित्रा, संतोष मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि यूं तो सभी सदस्यों ने तिरंगा यात्रा में सक्रिय योगदान दिया लेकिन विशाल शर्मा ने अपना विशेष योगदान देते हुए कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की.












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