Buxar Top News: सेवानिवृत्त रेलकर्मी पर वर्षों से अत्याचार कर रहे थे कलयुगी बेटा-बहु, बेटी ने दिया सहारा ..
बात-बेबात उनकी जूते-चप्पलों से पिटाई की जाती थी. कई वर्षों से यह सिलसिला लगातार चल रहा था. पड़ोसियों ने भी कई बार मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी.
- नगर थाना क्षेत्र के मुसाफिर गंज मोहल्ले का मामला.
- वर्षों से कर रहा था रिटायर्ड रेलकर्मी पुत्र रिटायर्ड रेलकर्मी पिता पर अत्याचार.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कहते हैं बुजुर्ग हमारी धरोहर होते हैं जिनके प्रति हम अपने नैतिक कर्तव्य का पालन अवश्य करना चाहिए. बचपन में जो मां बाप बच्चों को उंगली पकड़कर चलना सिखाते हैं बड़े होने के बाद जब मां बाप बच्चों से उस सहारे की उम्मीद करते हैं तो बच्चे उनका सहारा बनने में विफल हो जाते हैं. ऐसा ही एक मामला नगर में देखने को मिला जब एक रिटायर्ड रेलकर्मी को उसके ही पुत्र द्वारा मारपीट कर 50 हज़ार रुपये और बैंक पासबुक छीन लेने की बात सामने आई. मामले में प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के मुसाफिर गंज मोहल्ले में गीतांजलि होटल के समीप रहने वाले रिटायर्ड रेलकर्मी रास बिहारी तिवारी जिनकी उम्र तकरीबन 92 वर्ष है को उनके इकलौते रिटायर्ड रेलकर्मी बेटे देवेंद्र कुमार तिवारी द्वारा पत्नी के साथ मिलकर बुरी तरह मारा-पीटा जाता था.
रास बिहारी तिवारी की पांच संताने थी जिनमें चार बेटियों की शादी उन्होंने पहले ही कर दी थी. वह बक्सर में अपने इकलौते पुत्र के साथ रहा करते थे, जहां पुत्र एवं पुत्रवधू उनको मिलने वाली पेंशन को लेकर उनके साथ मारपीट तो किया ही करते थे उन्हें सही ढंग से भोजन आदि भी नहीं दिया जाता था. साथ ही साथ बात-बेबात उनकी जूते-चप्पलों से पिटाई की जाती थी. कई वर्षों से यह सिलसिला लगातार चल रहा था. पड़ोसियों ने भी कई बार मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी. कई बार प्रयास करने के बाद भी बेटे ने जब पिता पर जुल्म ढाना बंद नहीं किया तो पड़ोसियों द्वारा लखनऊ में रहने वाले रास बिहारी तिवारी की पुत्री को मामले की सारी जानकारी फोन पर दी गयी तथा मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही गयी.
पड़ोसियों द्वारा सूचना मिलते ही लखनऊ से पीड़ित व्यक्ति की पुत्री बक्सर आई. ट्रेन से उतर कर जैसे ही वह घर पहुंची उसने देखा कि उसके भाई उसके पिता को पीट रहे हैं. मारे भय के उनके पिता थर-थर कांप रहे थे. इस स्थिति को देखने के बाद मानो उनके पांव तले जमीन खिसक गई. उन्होंने तुरंत अपने पिता को घर से लिया एवं स्थानीय गंगा लॉज में ले जा कर रखा. तत्पश्चात उन्होंने मामले की जानकारी नगर थाना को दी.
जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने बेटे और बहू को फटकार लगाते हुए पीड़ित व्यक्ति के 50 हज़ार रुपये एवम पासबुक उन्हें वापस दिलवा दिए.
नगर थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया कि आज के समाज में रहा लोग बेटों के लिए तरसते हैं. वहां इस तरह के अधर्मी बेटों के द्वारा समाज को शर्मसार किया जा रहा है. वहीं बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि माँ-बाप की असली रत्न वही हैं.
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